मै हूँ की मुखौटा हूँ

मै हूँ की मुखौटा हूँ ,
कालकोठरी में हूँ ,
दृष्टिगोचर चौतरफा हूँ ,
समय के साथ वृक्ष बना हूँ ,
या की मैं पौधा हूँ ,
मै हूँ की मुखौटा हूँ। 

Comments

Popular posts from this blog

Reservation in India

कवि मरता नहीं हैं