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Showing posts from June, 2018
वो न हमसे जुदा हैं , न ही ख़फ़ा हैं बारिश होने वाली हैं , आसमान में उड़ा हैं , देर सबेर ज़मीन पर ही आएगा , मिट्टी हैं न  और कहाँ जायेगा ।। पुचकारेगा , पोलाहेगा दुत्कारेगा , गरियायेगा , फिर तुम्हे रोज रुलाएगा , तुम भी हिसाब लिखते रहो , नेता हैं न , चुनाव में फिर हाथ जोड़े आएगा ।। Copyright@Sankalp Mishra