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Showing posts from April, 2020
तकलीफ़ क्या हैं ये मुझे बताइये , शर्त हैं लेकिन पहले मुस्कराइये । गांठ सारे खुद ही  खुल जाएंगे , शर्त हैं लेकिन नाकाब तो हटाइये । आपकी तन्हाई दूर हो जायेगी , शर्त हैं लेकिन पहले हाथ तो बढाइये । Copyright@Sankalp Mishra
सच को सच लिख सके अब वो अखबार कहाँ ,  अपनी आँखों से सच देख सके वो अब वो इंसान कहाँ,  प्रोग्राम बन गए हैं लोग ब्रॉडकास्ट होने वाले,  खुद के आँख, नाक, कान, दिमाग वाले अब इंसान कहाँ  ।  Copyright@Sankalp Mishra