मानव होने का यहाँ संविधान नहीं हैं .
सभ्यता हैं ,संस्कार हैं ,
परम्परा और सत्कार हैं ,
अमन है ,आज़ाद हैं
बस बोलने से पहले पूछने का प्रावधान हैं .
यहाँ प्यार हैं ,भाईचारा हैं ,
सम्पति है ,सम्मान हैं ,
बस इन पर आप का अधिकार नहीं है ,
मानव होने का यहाँ संविधान नहीं हैं .
परम्परा और सत्कार हैं ,
अमन है ,आज़ाद हैं
बस बोलने से पहले पूछने का प्रावधान हैं .
यहाँ प्यार हैं ,भाईचारा हैं ,
सम्पति है ,सम्मान हैं ,
बस इन पर आप का अधिकार नहीं है ,
मानव होने का यहाँ संविधान नहीं हैं .
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