तुम कमज़ोर नहीं थे ,तुम नामर्द थे .


तुम गवाह हो ! बताना अपने बच्चो को ,
कैसे लूटा गया तुम्हारा खेत ,
कैसे बेआबरू किया गया ,
तुम्हे,तुम्हारी मिटटी से ,
और तुम खड़े ताली बजाते रहे ,
कुछ बेवकूफ सर कलम कराते रहे ,
तुम कलमधारी पैसे कमाते रहे ,
खून पानी न हुआ हो तो बताना ,
तुम कमज़ोर नहीं थे ,तुम नामर्द थे .
Copyright@Ranjan Mishra

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