राजनीति क्या हैं ?
आदमी को खको में बाँटने की काबिलियत ,
या उसे अपने पाले में खड़े करने का पराक्रम ,
आखिर क्या हैं राजनीति ?
लाल झंडे गाड़ कर जमीन हथिया लेना ,
या आरक्षण की रेवड़ी बाँट देना ?
किसे कहेंगे राजनीति ?
दंगे करवा कर अनसन करने का ढोंग ,
राजनीति हैं ?
या आगजनी ,दंगे पर मौन रह जाना ,
राजनीति हैं ?
राजनीति क्या हैं ?
देश में देश के खिलाफ नारे लगाना ,
या देश में देश के खिलाफ इंकलाब ,
क्या हैं राजनीति ?
गरीबो को बरगाला कर हथियार देना ,
या विकास का नारा देकर ,
गरीबो ,आदिवासियों का जमीन हथिया लेना ,
क्या हैं राजनीति ?
धर्म की लकीर खींचकर देश बाँट देना ,
या जाति की लकीर खींचकर समाज बाँट देना ,
क्या हैं राजनीति ?
अमीर को और अमीर बनते जाना ,
या दो जून की रोटी के लिए ,
इंसानों  को जानवरों से बदतर बना देना,
किसे कहेंगे राजनीति आप ?
पूंजीपतियों के जेब में बैठी सरकार के लिए ,
या ज्यादा जनसँख्या वाले जाति के लिए ,
बहुत दूर आत्महत्या करते किसान के लिए ?
या पढ़-लिख कर बेरोजगार बैठे जवान के लिए ,
क्या हैं राजनीती ?
एक सपना जो पूरा नहीं होगा ?
या मृगतृणा ?
या चिरसनातन रोग जिसका इलाज नहीं ?
या आदमी का भय जो तारणहार की तलाश में हैं, आखिर क्या हैं राजनीति ?
कोई तो बताये ,कोई तो समझाए ।
Copyright@Sankalp Mishra

Comments

Popular posts from this blog

Reservation in India

कवि मरता नहीं हैं