कभी महलों से सिक्के मत लो,
वो पहले सिक्के देंगे
और
फिर पूरी दुनियां को बताएँगे कि
वो तुम्हे पालते हैं ,
जैसे
कुत्ते पाले जाते हैं ,
बिल्ली पाली जाती हैं ,
तुम्हे हर गली ,
हर नुक्कड़ पर बदनाम करेंगे,
तुम्हारी ईज्जत नीलाम टांगी जायेगी ।

कभी महलों से सिक्के मत लो,
भूखे सो जाओ ,
आसमान के नीचे  धरा के ऊपर रह लो ,
अपनी निर्धनता को जेवर बना कर पहनो ,
सहो , संघर्ष करो
अगर सह न पाओ तो मर जाओ ,
लेकिन
अपना स्वाभिमान मत बेचो  ।

Copyright@Sankalp Mishra

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