आरक्षण क्यों ?
आरक्षण क्यों ?
अपनी कमी छुपाने के लिए ,
या अपंग हो ये बताने के लिए ?
क्यों हो आरक्षण ?
कुकुरमुत्ते की तरह पैदावार बड़ा कर ,
जनतंत्र बने हो इसलिए ,
या मंद-बुद्धि ,अक्षम हो इसलिए ?
सदियों गुलाम रहे ही इसलिए ,
या बईमान,मक्कार हो इसलिए ?
क्यों हो आरक्षण ?
तुम काले हो इसलिए आरक्षण चाहिए ,
या दिल,दिमाग काला है इसलिए आरक्षण चाहिए ?
क्यों चाहिए आरक्षण ?
अगर तुम्हारी आत्मा जिन्दा हो तो बोलो ,
अगर संजीदा हो तो बोलो ,
क्यों चाहिए आरक्षण ?
पत्तल चाटने के लिए ?
या पूरी बारात लूट खाने के लिए ?
छोडो ,तुम क्या बोलोगो दलिद्र
मैं बताता हूँ
यह कलयुग है
कलयुग में कौवों की सत्ता होती है ,
और सुअरों की सरकार ,
हंस दाना चुन्गते हैं
कौवा राज भोगते हैं.
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