दुःख

जब मेरे पास ऐश्वर्य हो ,
सुख-सुविधा हो ,
तुम साथ रहना हमेशा ,
जब मैं शिखर पर होऊं ,
जब सारी दुनिया हो मेरी ,
मेरी वाणी जब आदेश हो ,
मेरा कर्म एक आदर्श ,
मेरा सलाह ,उपदेश
और मेरा जीवन के इतिहास ,
फिर भी तुम मेरे साथ रहना .
जब मैं होऊं निराश ,
न हो कोई मेरे पास ,
जब मैं भटक जाऊ ,
और
मेरा वजूद खो जाएँ ,
लोग मुझसे कतराने लगे ,
तब भी तू मेरे साथ रहना .
मैं जनता हूँ तू सबसे अच्छी दोस्त हो ,
सबसे प्यारी संगनी ,
तेरा होना मेरा वजूद हैं
और तुम्हारी छेड़छाड़
मेरी क्रियाशीलता
और तुम्हारा जीवन मेरी दीक्षा .
तुम जब साथ होती हो
तब दर्द मिलता है
परन्तु जाने क्यों ?
मुझे दर्द में आनंद मिलता है .
तुमसे सभी डरते है ,
तुमसे भागने के लिए एक से एक
उधोग करते है
पर उन्हें ज्ञात नहीं
तुम ही जीवन सत्य हो ,
तुम्हारी बहने सुख ,शांति
और
लक्ष्मी छदम है ,भ्रम है .
इसलिए तुम साथ रहना मेरे हमेशा ,
मेरे रंजन को देखने के लिए ,
मेरे क्रंदन को सुनने के लिए ,
मेरे घावों पर नमक छिडकने के लिए ,
तुम साथ रहना मेरे हमेशा .

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