अँधेरे में चिराग जला देना अच्छा है
डर डर के जीने से ,मरना अच्छा है,
कूद के मैदाने जंग में एक बार ,
तबाही मचा देना अच्छा है.
रात होती है तो होने दे,
अँधेरे में चिराग जला देना अच्छा है.
आंखे खुली है,सोये हुए है सारे लोग,
एक बार झकझोड़ कर उठा देना अच्छा है .
शोषण है,अत्याचार है सब ओर,
एक विरोध का स्वर उठा देना अच्छा है.
मैंने प्यार किया है तुमसे,
यह बात बता देना अच्छा है.
तप रही है धरती,गर्म है हवाएं ,
एक बूंद ओश का टपका देना अच्छा है.
गिर गए सारे महल,बच्चे है बस खँडहर ,
अपने वजूद को बचाने के लिए,
इतिहास याद दिला देना अच्छा है.
सदियों की गुलामी,वर्षो की दासता ,
अब बेड़िया गिरा देना अच्छा है.
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