सच कल लिखा नहीं गया,आज दफनाया जा रहा है.
सच कल लिखा नहीं गया ,
आज दफनाया जा रहा है,
कल क्या होगा ,
बोलो कल क्या होगा ?
जब आपके बच्चे ,
आपसे सवाल पूछेगे,
और आपके पास सच का अधर नहीं होगा ?
बोलो क्या उत्तर दोगे ?
विरोध का विकल्प मैजूद था,
हथियार का विकल्प मौजूद था,
आने वाली नस्लों क़ी खातिर ,
कत्लेआम का विकल्प मौजूद था,
फिर भी ,
फिर भी आपने विदेशी सत्ता दिया,
और दलालों को दरवाजा ,
हत्यारों को आजादी दी,
और संतो को फांसी,
बोलो क्या उत्तर दोगे ?
कल सच लिखा नहीं गया ,
आज दफनाया जा रहा है.
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